Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है? | Gamma Oryzanol ke fayde aur nuksan hindi mei

Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है? | Gamma Oryzanol ke fayde aur nuksan hindi mei

Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है? | Gamma Oryzanol ke fayde aur nuksan hindi mei

हेलौ प्रिय दोस्तों, आज हम इस लेख में बात करेंगे Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान (Gamma Oryzanol ke fayde aur nuksan) के बारे में। जापान द्वारा खोजा गया यह तत्व चावल की भूसी के तेल से बनाया जाता है। गामा ओरिजिनल का वैज्ञानिक नाम ओराइजा सेटाइवा है। इसके कई अन्य नाम भी है जैसे राइस ब्रेन वेक्स और राइस ब्रान प्रोटीन। गामा ओरिजिनल को गेहूं के चौकर से भी प्राप्त किया जा सकता है। कई तरह के सप्लीमेंट्स के रूप में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। (गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है)

आजकल की बिजी लाइफ स्टाइल और खान-पान का असर सीधे सीधे तौर पर शरीर पर होता है। शरीर में बाहर के केमिकल्स की वजह से नई नई तरह की परेशानियां पैदा हो रही है। ऐसे में शरीर का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। शरीर का ख्याल रखने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आज के जीवन में गामा ओरिजिनल का इस्तेमाल करने के बेहद फायदे होते है। यह शरीर को कई प्रकार से लाभ पहुँचता है। (गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है)

जापान ने इसकी खोज कई तरह की शारीरिक समस्याओं जैसे कि कोलेस्ट्रॉल और मेनोपोज के लक्षणों से निपटने के लिए की है। इसके साथ ही यह कई अन्य शारीरिक समस्याओं को कम करने के लिए भी फायदा दे सकती है। जिस प्रकार हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं, उसी प्रकार जहाँ एक ओर गामा ओरिजिनल के इतने फायदे हैं वही इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। (गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है)

तो चलिए अब जानते हैं Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है? यदि आप इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को आखरी तक ध्यान से पढ़ते रहे ताकि कोई भी महत्वपूर्ण जानकारी आप से न छूट सके। (गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है)

Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है? | Gamma Oryzanol ke fayde aur nuksan hindi mei
Gamma oryzanol: गामा ओरिजिनल के फायदे और नुकसान क्या है

गामा ओरिजिनल खाने की विधि –

एक स्वस्थ और 18 साल से ऊपर का व्यक्ति गामा ओरिजिनल को रोज लगभग 300 मिलीग्राम के आसपास खा सकता है। परंतु यदि आप किसी विशेष बीमारी से पीड़ित है तो ऐसे में इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

गामा ओरिजिनल के फायदे (Benefits of Gamma Oryzanol in hindi) –

  • गामा ओरिजिनल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होता है।
  • गामा ओरिजिनल एओर्टिक फैटी स्ट्रिक्स को कम करने में भी सहायक होता है।
  • गामा ओरिजिनल मांसपेशियों यानी मसल्स को मजबूत करने में भी काफी कारगर होता है।
  • डायबिटीज की समस्या में भी गामा ओरिजिनल के फायदे देखे गए हैं।
  • गामा ओरिजिनल में पाए जाने वाले तत्व कैंसर से बचाव में सहायक होते हैं।
  • गामा ओरिजिनल त्वचा के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।
  • गामा ओरिजिनल इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होता है।
  • गामा ओरिजिनल मानसिक तनाव को दूर करने में सहायक है।
  • गामा ओरिजिनल मेनोपॉज के लक्षणों से बचाने में मदद करता है।
  • गामा ओरिजिनल पेट खराबी की समस्या को ठीक करने में सहायक है।
  • गामा ओरिजिनल लीवर को सुरक्षित रखने में भी कारगर है।

गामा ओरिजिनल के नुकसान (Side effects of Gamma Oryzanol in hindi) –

  • गर्भवती एवं स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।
  • गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को गामा ओरिजिनल का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

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गामा ओरिजिनल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल –

गामा ओरिजिनल कैसे खाएं?

एक स्वस्थ और 18 साल से ऊपर का व्यक्ति गामा ओरिजिनल को रोज लगभग 300 मिलीग्राम के आसपास खा सकता है। परंतु यदि आप किसी विशेष बीमारी से पीड़ित है तो ऐसे में इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

गामा ओरिजिनल क्या है?

जापान द्वारा खोजा गया यह तत्व चावल की भूसी के तेल से बनाया जाता है। गामा ओरिजिनल का वैज्ञानिक नाम ओराइजा सेटाइवा है। इसके कई अन्य नाम भी है जैसे राइस ब्रेन वेक्स और राइस ब्रान प्रोटीन। गामा ओरिजिनल को गेहूं के चौकर से भी प्राप्त किया जा सकता है।

ज़रूरी सूचना – इस लेख में सारी जानकारी तथ्यों के आधार पर दी गयी है, अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श ले। यह पेज इस जानकारी के लिए किसी भी ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

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